नीट पेपर लीक और परीक्षा में हुई धांधली के खिलाफ दिल्ली जंतर मंतर में NSUI की और से छात्र संसद घेराव का आयोजन किया गया। इसमें झारखंड से आरुषि वंदना ने भाग लिया एवं प्रदर्शन किया।
इस टीम को ISRO के पूर्व चेयरमैन और IIT कानपुर के पूर्व डायरेक्टर के. राधाकृष्णन चेयरमैन हैं। यह कमेटी 2 महीने में शिक्षा मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपेगी।
पुलिस की जांच के बाद नालंदा के रहने वाले संजीव मुखिया को नीट पेपर लीक कांड का बिहार में मास्टर माइंड बताया जा रहा है। आऱोप है कि नीट परीक्षा का प्रश्नपत्र सबसे पहले इसी संजीव मुखिया के पास पहुंचा।
NEET पेपर लीक मामले में सभी की निगाह बिहार EOU के जांच पर टिकीं है। पूरे मामले की जांच कर रही EOU की एक टीम दिल्ली के लिए गुरुवार शाम रवाना हो गई है। बता दें कि शिक्षा मंत्रालय ने बिहार EOU से जांच की एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
बयान में आगे दोहराया गया है कि नीट (यूजी) परीक्षा-2024 मामले में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति/संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले 18 जून को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और एनटीए से कहा था कि अगर नीट-यूजी, 2024 परीक्षा आयोजित करने में कोई ला